कानपुर नगर, कानपुर शहर का यातायात दिन ब दिन बढता जा रहा है। हर कहीं रास्तों में जाम लगता है, जिसका कारण जहां अतिक्रमण है तो वहीं वाहन चालको का बेतरतीब ढंग से वाहन चलाना। इसके साथ ही तेज रफ्तार भी एक समस्या बनचुकी है। लोग तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए वाहनो को तेज चलाते है तो आज का युवा भी तेज रफ्तार का शौकीन है। तेज रफ्तार लगातार हादसों का कारण बनती है लेकिन अब तेज वाहन चलाने वालो की खैर नही होगी क्योंकि तेज रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए स्पीड वायलेशन डिटेक्शन राडार लगाए गये है। यातायात विभाग द्वारा तेज रफ्तार के कारण होने वाले हादसो पर रोक लगाने के लिए प्रयास शुरू कर दिये है। मानक से तेज रफ्तार पर चलने वालो की अब खैर नही होगी, इसके लिए शहर के 14 चैराहो पर रफ्तार को मापने के लिए स्पीड वायलेशन डिटेक्शन रडार लगाए है और जल्द ही इस व्यवस्था के तहत चालान कटना भी शुरू हो जायेगा। मानक से तेज चलने वालो की मॉनीटरिंग करते हुए उनका डाटा जुटाया जा रहा है। बताया जाता है कि शहर के अन्य चैराहो पर भी स्पीड रडार लगाने का काम किया जा रहा है। बताया गया कि भीड़-भाड वाले क्षेत्रों में जहां 20 किमी प्रतिघंटा तो वहीं सामान्य स्थानो पर 40 किमी प्रतिघंटा स्पीड का Dogs BBD मानक है लेकिन लोग शहर में भीड- भाड वाले इलाको में 60 किमी प्रतिघंटा या इससे भी उपर वाहन चलाते है। खासतौर से यवाओं को स्पीड ज्यादा पसंद होती है। सड़कों पर युवा स्टंट करते है। शहर में वीआईपी रोड, पार्वती बांग्लारोड, स्वरूप नगर की कुछ सडके, मोतीझील, गंगा बैराज आदि स्थानो पर खुली सडक पर युवा खतरनाक स्टंट करते देखे जा सकते है। तेज रफ्तार पर रोक लगाने और होने वाले हादसों में कमी लाने के लिए स्पीड राडार लगाये गये है। यह राडार सौ मीटर दूर से ही वाहन की रफ्तार माप लेगा और स्पीड केसाथ वहां लगा कैमरा वाहन की तस्वीर खींचकर यातायात कार्यालय सचित करेगा और साथ ही चालान भी कट जायेगा
अब लग सकेगी तेज रफ्तार पर लगाम