आंधी, ओलों से किसानों की मेहनत पर पड़ा पानी

आगरा। शुक्रवार को आई आंधी, तेज बारिश और ओलों ने फसल को चौपट कर दिया है। खेतों में पानी भर गयाराजस्व विभाग की टीमें नुकसान के आकलन को जुट गई हैं। वहीं कई जगह पेड़, पोल टूट कर गिर गए। सीकरी में मकान की दीवार गिर गई। बालक चुटैल हो गया। फतेहाबाद कस्बा में आकाशीय बिजली गिरने से मकान चटक गया। बिजली के उपकरण फुक गए। फतेहपुर सीकरी-बेमौसम हुई वर्षा व ओलावृष्टि से सैकड़ों बीघा गहू का फसल खराब हो गई। बालियां खेतों में बिछ गई। इसके साथ हरी मिर्च, जौ एवं अन्य फसलों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है। ग्राम चौमा, सीकरी चार हिस्सा, रसूलपुर, पतसाल, जैनपुरा, सोनोठी, महमदपुर, सामरा, जाजौली, दाउदपुर, मंडी मिर्जा भापुर, खराजाट, गुजरपुरा, मढाला, तेहरा, मंडीगुड, दूरा, उन्देरा समेत पूरे ब्लाक क्षेत्र में 50 फीसद फसलों का क्षात बताई गई है। एसडीएम अजित कुमार सिंह व तहसीलदार राजू कुमार के अनुसार राजस्व टीमें गाव-गाव जाकर क्षति का आकलन कर रही हैं ।वहीं फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के ग्राम मई बजगे के नगला जन्न में शमीना पानी कासिद के मकान की दीवार ढह गईअनहोनी का एहसास होते ही परिजन घर से बाहर आ गयेइसी दौरान एक बच्चा चुटैल हो गया। गाव के ही शब्बीर की सीमेंट की चादर उड़ गई।ग्राम प्रधान नीरज चौधरी व काग्रेस नेता मआवजा दिलाये जाने की माग की हैकई जगहों पर पोल टूट गए शाम को तेज आधी आने के बाद बरसात और ओलावृष्टि हो गई। भलोखरा, पलिया, लोहिया उझावली. विचोला. जगराजपर. बाजिदपर. नगला देवहंस. डौकी. बोर्ड में पढ़ाई कुंडौल, बमरौली कटारा आदि में ओले गिरने से फसल प्रभावित हो गई वहीं आकाशीय बिजली गिरने से कस्बा फतेहाबाद के महल्ला हनुमान नगर स्थित रामदास शर्मा के मकान की छत चटक गई। बिजली की केबिल फिज, कूलर, पंखे, टीवी आदि उपकरण फुक गए। पड़ोस में रहने वाले राकेश व पप्पू सिंह औंध वाले के उपकरण फंक गए। गनीमत रही लोगों के साथ कोई हादसा नहीं हुआ यहां मौसम ने करवट ली। धूल भरी आंधी चली, लेकिन बारिश कम हुई। हालांकि आसमान में बादलों की गड़गड़ाहट से किसान परेशान रहे। ईश्वर से जाएंगी प्रार्थना करते रहे। आखिरकार कम हुई बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली। बड़ागांव के किसान रामसिंह, जितेन्द्र, नहटोली के राधाकिसन, रिषिकेश, रामकेश आदि का कहना था कि आंधी में कटी गेहूं की कुछ फसल उड़ गई। हल्की बारिश से फसल भीग भी गई है, लेकिन अभी अधिक नुकसान नहीं हुआ है। क्षेत्र के आसपास आधी व ओलों के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने किसान की गेहूं की फसल को चौपट कर दिया। किसान हरिओम राजौरिया ने बताया कि उसने 25 बीघा गेहूं किये थे। शाम को आई आंधी और बारिश से खेत में पानी भरने के कारण गेहूं के सड़ने का खतरा हो गया है। अगर पानी जल्दी से जल्दी खेत में से नहीं सूखा तो गेहूं सड़ जाएगा। आंवलखेडा निवासी जगन प्रसाद के घर के बराबर मे शीशम का पेड लगा हआ था। आंधी में पेड मकान पर गिर गया। गनीमत यह रही कि कोई घायल नहीं हुआ। थाना क्षेत्र में ग्राम बैनई के समीप शक्रवार शाम तेज आंधी आने से एक मोर घायल हो गया। बाद में उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि आंधी आने से पेड़ पर बैठा मोर का संतुलन बिगड़ गया। पंजा पेड़ की डाल में फस गया। उसन उड़न का काशिश का तो उलटा हो गया। उसने संधि होने का प्रयास किया, लाकन सफलता नहीं मिली। पूरी रात उलटा लटक ही जिदंगी और मौत के बीच तड़पता रहा। शनिवार सुबह खेत पर काम करने जा रहे ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी। ग्रामीणों ने डाल से उसका पंजा निकाला। ग्राम प्रधान बैनई धर्मेन्द्र ने पास में ही चिकित्सक के पास मोर का उपचार शुरू कर दिया। इसी दौरान मोर की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम पोस्टमार्टम के लिए ले गई।